Language : Hindi
Paperback : 403 pages
Minimum Order Quantity: 50 Piece
Delivery Time: 3 to 4 days
मेलूहा के मृत्युंजय ने शिव और सूर्यवंशियों की कहानी का सिरा जहां छोड़ा है ठीक वहीं से नागाओं का रहस्य की कहानी आगे बढ़ती हैं। नागाओं ने शिव के मित्र बहृस्पति की हत्या की और अब उसकी पत्नी सती की जान के पीछे पड़े हुए हैं। क्रूर हत्यारों की जाति नागाओं के इरादों को विफल करना ही शिव का एकमात्र लक्ष्य है। प्रतिशोध की राह पर चलते हुए शिव नागवंशियों के क्षेत्र में पहुंचता है। यहां उसे मेलूहा के हमलावर को ढूंढ़ना है। इस रोमांचक और खतरों से भरे सफर में दोस्त कब दुश्मन बन जाते हैं पता ही नहीं चलता।क्या शिव चंद्रवंशियों और नागाओं से जुड़े सत्य तक पहुंच पाएगा? आखिर नागाओं का रहस्य क्या है?क्या शिव अपनी यात्रा में विजयी हो पाएगा? रहस्य और रोमांच से भरी दुनिया को जानने के लिए पढ़ें नागाओं का रहस्य।